Welcome To Jagadguru Swami Krishnacharya Mahavidyalaya

अग्निपथ योजना देश सेवा का सुनहरा अवसर बने अग्निवीर

जगद्गुरु स्वामी कृष्णाचार्य जी महराज

न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते’ को दृष्टिगत रखते हुये ‘अर्था न सत्रि न च मुंचति माम् दुराशा’ की पुण्य पीड़ा एवं प्रभु को दशकों से अन्तस्थल में संजोये कल्पना जगत में कल्पनारत ‘कालेफलन्ति पुरूषस्य यथैव वृक्षा’ पर अटूट विश्वास रखते हुये ‘मामनुस्मर युद्ध च’ भगवान श्रीकृष्ण की वाणी को स्मरण कर कर्तव्य पुण्य लक्ष्य की ओर मौन तपस्वी की भांति निरन्तर चिन्तन, मनन के फलस्वरूप प्रिय डा0 गोपाल शुक्ल “संस्थापकाध्यक्ष” श्री बालाजी शैक्षिक संस्थान उपाध्यायपुर, अठेहा प्रतापगढ़ की स्तुत्य सत्प्रेरणा से ‘उत्तिष्ठत् जाग्रत् प्राप्त वरान्निबोधत्’ का अनुशरण कर शिक्षा क्षेत्र क अतिपिछड़े ग्राम्यांचल में ज्ञान से वंचित तिमिराधंकार में डूबे अपने आदि पूर्वज पूज्य श्री इच्छा बाबा की पुण्य कर्मभूमि पूरे इच्छा में परमपूज्य गुरूदेव भगवान “जगद्गुरू श्री स्वामी कृष्णचार्य जी महराज” उत्तराखण्ड पीठाधीश्वर ऋषिकेष के आशीर्वाद तथा उनके नाम की नौका पर निश्चिन्त आरूढ़़ हो पं0 बद्री प्रसाद रामपती मिश्र शैक्षिक संस्थान की प्रथम संस्था जगद्गुरू स्वामी कृष्णाचार्य महाविद्यालय की आधारशिला परमपूज्य जगद्गुरू श्री स्वामी कृष्णचार्य जी महराज के पुनीत कर कमलों द्वारा दिनांक 22 फरवरी 2013 माघ शुक्ल पक्ष द्वादशी तदोपरि त्रयोदशी संवत् विश्वावसु 2061 दिन शुक्रवार महाकुम्भ तीर्थराज प्रयाग की अवधि में प्रस्थापित हुई।

‘श्रेयांष बहु विघ्नानि’ के अनुसार तमाम विघ्न बाधायें आयीं, किन्तु वे कभी कर्तव्य पथ से किंचित भी विचलित नही कर सकीं, क्योंकि ‘मेलि कंठ सुमन की माला। पुनि पठवा बल देई विशाला।।’ पूज्य गुरूजी के आशीर्वाद से विघ्न बाधायें तिरोहित हो जाती है और नयी ऊर्जा का संचार हो जाता है ।

संस्थान का प्रथम पुष्पित पुष्प निस्पृह भावेन समाज को समर्पित कर आत्मा गद्गद है।

संस्थापक :- डॉ० गुरुदीन मिश्र

Dr Guru Deen Mishra
( Founder)